
जमशेदपुर। जुबिली पार्क में रोजी-रोटी कमाने वाले छोटे-छोटे झालमुढ़ी विक्रेताओं पर टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई जुस्को का शिकंजा कसता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से जुस्को की ओर से पार्क परिसर में घूम-घूमकर झालमुढ़ी बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। विक्रेताओं को जबरन पार्क से बाहर खदेड़ा जा रहा है और उन्हें सामान बेचने की अनुमति नहीं दी जा रही।
विक्रेताओं की रोजी-रोटी पर संकट
जुबिली पार्क के आसपास झोला टांगकर और ठेला लगाकर झालमुढ़ी बेचने वाले गरीब विक्रेताओं का कहना है कि उनकी पूरी जिंदगी इसी काम पर टिकी है। दिनभर कड़ी मेहनत कर जो थोड़ी-बहुत कमाई होती है, उसी से परिवार का भरण-पोषण चलता है। लेकिन जुस्को की इस कार्रवाई ने उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है। विक्रेताओं का आरोप है कि उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है। यहां तक कि जिला प्रशासन भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है।
भाजपा नेताओं ने जताया विरोध
जमशेदपुर महानगर भाजपा इस मुद्दे को लेकर खुलकर मैदान में आ गई है। मंगलवार को जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा और युवा नेता नीरज सिंह ने खुद जुबिली पार्क पहुंचकर झालमुढ़ी बेचा और जुस्को को खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा—गरीबों की रोजी-रोटी छीनने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। यदि दोबारा विक्रेताओं को परेशान किया गया, तो भाजपा सड़क पर उतरकर जुस्को और जिला प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी।