
जमशेदपुर। विश्व पर्यटन दिवस 2025 के अवसर पर पर्यटन निदेशक के निर्देशानुसार एवं उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी के आदेश के आलोक में जिला खेल कार्यालय, पूर्वी सिंहभूम की ओर से तीन दिवसीय कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं में पर्यटन के प्रति जागरूकता फैलाना, रचनात्मक प्रतिभाओं को मंच देना और पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित करना रहा।
ट्रैकिंग से हुई शुरुआत
कार्यक्रमों की श्रृंखला की शुरुआत 25 सितंबर को बच्चों के लिए आयोजित ट्रैकिंग से हुई। इसमें करीम सिटी कॉलेज के एनएसएस यूनिट और मास कम्यूनिकेशन विभाग के लगभग 40 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। ट्रैकिंग प्रतियोगिता में तनवीर खान ने प्रथम तथा निशा ने द्वितीय स्थान हासिल किया। वहीं, एम.डी. सरफराज को ट्रैकिंग नियमों के प्रचार-प्रसार और मार्गदर्शन में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
चित्रांकन और भाषण प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
26 सितंबर को करीम सिटी कॉलेज परिसर में चित्रांकन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। चित्रांकन प्रतियोगिता में श्रुति मंडल, रोशनी रानी शाह और पूजा गोराई ने अपनी कलाकृतियों से सभी को प्रभावित किया। भाषण प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने पर्यटन के महत्व और संरक्षण पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इसमें आयुष अस्थाना प्रथम और नंदनी दत्ता द्वितीय स्थान पर रहीं।
घाटशिला में स्वच्छता अभियान की मुहिम
विश्व पर्यटन दिवस के दिन यानी 27 सितंबर को घाटशिला स्थित प्रसिद्ध बुरुडीह डैम में साफ-सफाई अभियान चलाया गया। इस अभियान में बुरुडीह डैम समिति के सदस्यों के साथ-साथ जिला पर्यटन विशेषज्ञ मनीष जोंको ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। मौके पर उपस्थित अधिकारियों और विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि पर्यटन स्थलों को अपने घर की तरह स्वच्छ और आकर्षक बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है।
समापन एवं सम्मान समारोह हुई आयोजित
कार्यक्रमों के समापन अवसर पर उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान जिला खेल पदाधिकारी श्रीमती रूपा रानी तिर्की, जिला पर्यटन विशेषज्ञ मनीष जोंको सहित जिला प्रशासन और खेल कार्यालय के कई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।इन कार्यक्रमों ने न केवल विद्यार्थियों में पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि उनकी रचनात्मक प्रतिभाओं को भी नए आयाम दिए। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ऐसे आयोजन भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि पर्यटन स्थलों की सुंदरता और सांस्कृतिक महत्व को बनाए रखते हुए युवाओं को इसमें जोड़ने का काम हो सके।