
जमशेदपुर:एग्रिको स्थित भव्य दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन शनिवार को गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय रघुबर दास और जमशेदपुर के सांसद माननीय श्री विद्युत वरन महतो विशेष रूप से उपस्थित रहे। पूजा कमेटी और स्थानीय लोगों ने दोनों अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।कार्यक्रम की शुरुआत पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चार के बीच हुई। इस दौरान पूरे वातावरण में भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला।
रघुबर दास ने कलाकारों की प्रतिभा को सराहा
अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने एग्रिको पूजा पंडाल की कलाकृतियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने माता की प्रतिमा को “अद्भुत कलाकृति” की संज्ञा देते हुए कलाकारों की प्रतिभा एवं मेहनत को सराहा। रघुबर दास ने कहा कि जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में भी कला और संस्कृति का ऐसा शानदार प्रदर्शन यह साबित करता है कि यहाँ की जनता अपनी परंपराओं और सामाजिक एकजुटता को संजोए हुए है।
स्वदेशी पर जोर देते हुए बोले सांसद
वहीं, सांसद विद्युत वरन महतो ने अपने वक्तव्य में स्वदेशी और स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहन पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, “इस प्रकार की कलाकृतियाँ न केवल भारतीय संस्कृति और परंपरा की पहचान हैं, बल्कि यह स्थानीय कलाकारों को अवसर और प्रोत्साहन देकर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने युवाओं से भी अपील की कि वे अपनी जड़ों और परंपराओं से जुड़े रहें तथा स्वदेशी को अपनाकर समाज और राष्ट्र की प्रगति में योगदान दें।
एग्रिको पंडाल बना आकर्षण का केंद्र

एग्रिको पूजा कमेटी द्वारा बनाए गए इस वर्ष के पंडाल में पारंपरिक शैली और आधुनिकता का सुंदर संगम देखने को मिल रहा है। पंडाल की सजावट और प्रतिमा की भव्यता दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। उद्घाटन के बाद से ही लोगों की भीड़ पंडाल में उमड़ रही है।
आयोजन समिति की मेहनत रंग लाई
पूजा कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि इस बार पंडाल और प्रतिमा की थीम पूरी तरह स्वदेशी कला और स्थानीय संसाधनों पर आधारित है। समिति के सदस्यों ने कहा कि यह आयोजन सिर्फ धार्मिक आस्था का ही नहीं, बल्कि सामुदायिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का भी प्रतीक है।इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु, स्थानीय नागरिक, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।