
गम्हरिया: इंडो डेनिस टूल रूम में शनिवार को आईटीआई वोकेशनल कोर्स (एसटी) के छात्र-छात्राओं का चतुर्थ दीक्षांत समारोह बड़े ही उत्साह के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया, जिसे रोजगार के लिए अपार संभावनाओं की कुंजी बताया गया।
‘स्किल्ड व्यक्तियों के लिए नियोजन की कोई कमी नहीं’
समारोह में मुख्य अतिथि आर्का जैन यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. अश्विनी कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि गुणवत्तायुक्त तकनीकी शिक्षा में नियोजन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए उच्च कोटि की कंपनियों में प्लेसमेंट की कोई कमी नहीं है।डॉ. कुमार ने छात्रों को सलाह दी कि वे कंपनियों की बदलती जरूरतों को देखते हुए अपने कौशल (स्किल्ड) को लगातार बेहतर करें, क्योंकि कोई भी कंपनी चयन स्किल्ड देखकर ही करती है। उन्होंने स्वयं को प्रभावी ढंग से एक्सप्लेन करने को एक बड़ी कला बताते हुए इसे सीखने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
वोकेशनल कोर्स और उद्यमिता को प्रोत्साहन
कार्यक्रम में मौजूद आरकेएफएल के सीनियर मैनेजर नीरज सिन्हा ने वोकेशनल कोर्स को छात्रों के लिए एक उन्नत प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि उनके संस्थान में स्किल्ड लड़कियों को विशेष रूप से प्रमोट किया जाता है। नीरज सिन्हा ने जोर देकर कहा कि स्किल्ड व्यक्ति की पूछ हर जगह होती है।वहीं, सीनियर मैनेजर एडमिन एंड अकाउंट्स आशुतोष कुमार ने छात्रों से सरकारी वित्तीय योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने उन्हें स्वयं का उद्यम (खुद का व्यापार) स्थापित करने के लिए भी प्रेरित किया, ताकि वे रोजगार देने वाले बन सकें।
उज्जवल भविष्य की कामना
संस्थान के प्रभारी जीएम वाई के कंठ ने सभी छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यहां से प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं को किसी भी औद्योगिक संस्थान में कार्य करने पर गर्व महसूस होगा।संस्थान के एचओडी ट्रेनिंग प्रोग्राम प्रबंधक रामबाबू ने छात्रों से अपील की कि वे आगे बढ़ें और देश की नामी कंपनियों में अपना भाग्य आजमाएं।