चाईबासा: मुफस्सिल थाना पुलिस ने 9 सितंबर को एक महिला से मोबाइल, पर्स और नकदी लूटने के मामले में तीसरे आरोपी अभिषेक पांडेय को भी गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया है। इससे पहले, पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में दो अन्य आरोपियों, हर्ष जोशी और विशाल पुरती को गिरफ्तार किया था। इस तरह पुलिस ने इस लूटकांड में शामिल सभी तीनों आरोपियों को पकड़कर मामले का खुलासा कर दिया है।
क्या थी घटना?
यह मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुंदुबेड़ा गांव की रहने वाली नागी पुरती से जुड़ा है। 9 सितंबर 2025 को नागी अपने खराब मोबाइल को बनवाने के लिए 10 हजार रुपये लेकर चाईबासा बाजार आई थीं। शाम को जब वह मोबाइल बनवाकर अपने गांव लौट रही थीं, तो गांधी टोला स्थित करणी मंदिर के पास स्कूटी सवार तीन अज्ञात अपराधियों ने उनकी साइकिल की डलिया में रखा बैग छीन लिया और फरार हो गए।
बैग में उनका नया मोबाइल, पैसे, आधार कार्ड और बच्चों की किताबें थीं। नागी पुरती ने तुरंत मुफस्सिल थाना पहुंचकर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
सीसीटीवी फुटेज से मिली मदद
मामला दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आ गई और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। फुटेज में अपराधियों का चेहरा और वारदात का तरीका साफ नजर आ गया, जिससे पुलिस को आरोपियों की पहचान करने में काफी मदद मिली। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले हर्ष जोशी और विशाल पुरती को गिरफ्तार किया।हर्ष जोशी से पूछताछ के बाद पुलिस को अभिषेक पांडेय का नाम पता चला। पुलिस ने अभिषेक के घर पर छापेमारी की और उसके घर से लूटा गया मोबाइल बरामद किया।
नशे की लत ने बनाया अपराधी
पुलिस की पूछताछ में अभिषेक पांडेय ने स्वीकार किया कि वह इस लूट की वारदात में शामिल था। उसने बताया कि बैग से उन्हें केवल 800 रुपये मिले थे, जो खर्च हो गए थे। अभिषेक ने पुलिस को यह भी बताया कि उसे शराब, गांजा और सिगरेट की लत लग गई है। नशे की लत पूरी करने के लिए पैसों की कमी होने पर उसने अपने दोनों दोस्तों के साथ मिलकर लूट की यह योजना बनाई थी।पुलिस ने अब तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिससे क्षेत्र में इस तरह की वारदातों पर लगाम लगने की उम्मीद है।