
जमशेदपुर। करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई ने समाज सेवा की भावना को आगे बढ़ाते हुए गुरुवार को साकची गोलचक्कर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में एक प्रेरणादायक भोजन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य ज़रूरतमंद और वंचित लोगों तक भोजन पहुँचाना और कॉलेज के युवाओं में सामाजिक दायित्व की भावना को विकसित करना था।
स्वयंसेवकों ने घर से तैयार कर लाया भोजन
इस अभियान की सबसे विशेष और अनूठी बात यह रही कि सभी एनएसएस स्वयंसेवकों ने अपने-अपने घर से भोजन तैयार करके लाया था। स्वयंसेवकों ने अपनी क्षमतानुसार योगदान दिया और एकत्रित भोजन को मिलजुलकर ज़रूरतमंदों के बीच वितरित किया। सेवा के इस कार्य ने एक सामाजिक उत्सव का रूप ले लिया, जहाँ सभी ने एकजुटता का प्रदर्शन किया।भोजन वितरण के दौरान स्वयंसेवकों ने केवल भोजन ही नहीं बाँटा, बल्कि लोगों से आत्मीय संवाद भी किया, जिससे ज़रूरतमंद लोगों के चेहरे पर खुशी और अपनापन देखने को मिला। यह कार्यक्रम NSS के आदर्श वाक्य “Not Me, But You” (स्वयं से पहले दूसरों की सेवा) की सच्ची मिसाल साबित हुआ।
प्राचार्य और पदाधिकारियों ने बढ़ाया मनोबल
कार्यक्रम में कॉलेज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी स्वयंसेवकों का सहयोग और मार्गदर्शन किया। इस दौरान प्राचार्य डॉ. मोहम्मद रियाज़, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आले अली, और एनएसएस समन्वयक सैयद साजिद परवेज़ स्वयंसेवकों के साथ मौजूद रहे और अपना योगदान दिया।स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. मोहम्मद रियाज़ ने कहा कि ऐसे कार्य छात्रों में मानवता, सेवा और संवेदना की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि समाज की सच्ची प्रगति तभी संभव है जब युवा वर्ग सक्रिय रूप से जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए।
सफल संचालन और नेतृत्व
कार्यक्रम का सफल संचालन सीनियर वॉलंटियर जयकृष्ण धारा द्वारा किया गया, जिन्होंने पूरे आयोजन को सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराया और स्वयंसेवकों का मनोबल बढ़ाया।इसके अलावा, सीनियर वॉलंटियर्स रेहान रज़ा, बेबी महतो और ईसान बिशोई की भी इस कार्यक्रम में मुख्य भूमिका रही। इन सभी ने वितरण की प्रक्रिया, समन्वय और नेतृत्व में अहम योगदान दिया।
कॉलेज प्रशासन ने एनएसएस यूनिट द्वारा चलाए गए इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी और एनएसएस संयोजकों का मार्गदर्शन इस पहल की सफलता में प्रशंसनीय रहा।