
जमशेदपुर: वर्कर्स कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आज महाविद्यालय सभागार में एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी (सेमिनार) का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का मुख्य विषय “जीएसटी 2.0” था, जिस पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने विस्तृत चर्चा की।यह आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.पी. मोहालिक के दिशा-निर्देश में संपन्न हुआ। संगोष्ठी का सफल संचालन अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शिप्रा ने किया।*
जीएसटी 2.0 पर विस्तृत चर्चा
संगोष्ठी के आरंभ में, डॉ. शिप्रा ने जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के इतिहास से लेकर वर्तमान स्वरूप, खासकर जीएसटी 2.0 के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने समझाया कि किस तरह जीएसटी ने देश की अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में क्रांति लाई है।इस संगोष्ठी में अर्थशास्त्र विभाग के सभी सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। चर्चा का मुख्य केंद्र बिंदु यह था कि:जीएसटी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को किस प्रकार प्रभावित किया है।जीएसटी 2.0 के आने के बाद मध्यम वर्गीय परिवारों पर क्या आर्थिक प्रभाव पड़ा है और आने वाले समय में क्या बदलाव संभावित हैं।
विद्यार्थियों का रहा सक्रिय योगदान
कार्यक्रम का संचालन सेमेस्टर फिफ्थ की छात्रा पूर्णिमा कुमारी ने अत्यंत कुशलता से किया। संगोष्ठी में कई विद्यार्थियों ने अपने शोध और समझ को प्रस्तुत किया। इन विद्यार्थियों ने जीएसटी के विभिन्न पहलुओं पर अपने पीपीटी प्रेजेंटेशन दिए और अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।पीपीटी प्रेजेंटेशन देने वाले और पेपर प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों में फलक नाज, राज मरांडी, रिया कुमारी, खुशबू कुमारी, भारती कुमारी, तानिया कुमारी, और प्रीति दास शामिल थे। इन प्रेजेंटेशनों को शिक्षकों और अन्य छात्रों ने सराहा।संगोष्ठी के अंत में, सेमेस्टर 2 की छात्रा अंजली कुमारी ने सभी उपस्थित शिक्षकों, वक्ताओं और विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। यह संगोष्ठी विद्यार्थियों के लिए जीएसटी के जटिल विषय को समझने और अपनी शोध क्षमता को प्रदर्शित करने का एक उत्कृष्ट मंच साबित हुई।
