
घाटशिला: झारखंड की राजनीति में गर्माहट पैदा कर चुके घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी, जिसमें पार्टी के कई कद्दावर नेता मौजूद रहे।
नामांकन में जुटे भाजपा और आजसू के दिग्गज
नामांकन दाखिल करने के दौरान भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के समर्थन में झारखंड की राजनीति के तीन बड़े चेहरे पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो मौजूद रहे।इन दिग्गजों की मौजूदगी ने महागठबंधन के खिलाफ एनडीए (NDA) की एकजुटता को प्रदर्शित किया। इसके साथ ही, बड़ी संख्या में भाजपा और आजसू के कार्यकर्ता तथा समर्थक मौजूद रहे, जिन्होंने अपने प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाया।
पिता चंपई सोरेन की विरासत पर टिका दांव
घाटशिला सीट पर उपचुनाव स्थानीय झामुमो विधायक और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के आकस्मिक निधन के कारण कराया जा रहा है।भाजपा के प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन का दांव इस बार अपने पिता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की राजनीतिक विरासत पर टिका है। चंपई सोरेन इस क्षेत्र से आठ बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने पिछले साल झामुमो से अपने दशकों पुराने रिश्ते को तोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था, जिसके बाद उनके बेटे को भाजपा ने इस हाई-प्रोफाइल सीट से उम्मीदवार बनाया है।यह उपचुनाव अब सीधे तौर पर चंपई सोरेन (भाजपा) के बेटे बाबूलाल सोरेन और दिवंगत रामदास सोरेन के बेटे सोमेश सोरेन (झामुमो) के बीच ‘सोरेन बनाम सोरेन’ का सीधा मुकाबला बन गया है, जिस पर पूरे राज्य की निगाहें टिकी हुई हैं। मतदान 11 नवंबर को होगा, और वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी।
