
जमशेदपुर।लौहनगरी जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित श्री कृष्ण सिन्हा संस्थान में शुक्रवार को बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिन्हा (श्री बाबू) की जयंती अत्यंत धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाई गई। यह कार्यक्रम शहर के बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिक प्रतिनिधि और आम नागरिकों की बड़ी उपस्थिति का गवाह बना।
अतिथियों ने किया नमन
कार्यक्रम में चतरा से भाजपा सांसद कालीचरण सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं भाजपा नेता लक्ष्मण प्रसाद विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। दोनों ही अतिथियों ने श्री बाबू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।कई वक्ताओं ने श्री बाबू के शिक्षण, समाज सुधार और औद्योगिक विकास में दिए गए अतुलनीय योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
श्रीकृष्ण बाबू को ‘भारत रत्न’ देने की मांग
इस दौरान, संस्थान के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने एक औपचारिक मांग उठाते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी, समाज सुधारक और बिहार के विकास पुरुष के रूप में श्री बाबू का योगदान अतुलनीय रहा है। देश के निर्माण में उनकी भूमिका को देखते हुए उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाना चाहिए।
सांसद कालीचरण सिंह ने किया राजनीतिक दावा
मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्य अतिथि सांसद कालीचरण सिंह ने राजनीतिक परिस्थितियों पर बात की। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में देश और राज्य दोनों तेजी से विकास की ओर बढ़ रहे हैं।उन्होंने आगामी झारखंड के घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि घाटशिला की जनता इस बार भाजपा को भारी मतों से विजयी बनाएगी।इसके अलावा, उन्होंने बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर कहा कि एनडीए की सरकार फिर से बनने जा रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, “जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल पर भरोसा करती है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्थिर सरकार चाहती है।”
समाजसेवियों को किया गया सम्मानित
संस्थान की ओर से इस अवसर पर समाजसेवा, शिक्षा और पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह और शॉल देकर सम्मानित भी किया गया।भाजपा नेता लक्ष्मण प्रसाद ने कार्यक्रम के अंत में कहा कि श्रीकृष्ण बाबू ने न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में सुशासन और ईमानदारी की मिसाल कायम की थी। उन्होंने कहा,“आज की पीढ़ी को श्री बाबू जैसे नेताओं के आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए।”
