
चांडिल। चांडिल स्वर्णरेखा नदी के शहरबेड़ा घाट पर छठ महापर्व के दौरान हुए दुखद हादसे में डूबे तीसरे और अंतिम युवक प्रतीक यादव का शव भी मंगलवार को बरामद कर लिया गया।स्थानीय गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर में प्रतीक का शव निकाला। उधर, तीनों शव मिलते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई, और पूरे इलाके में मातम छा गया। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डूबने वालों में पिता-पुत्र और भांजा शामिल
यह दर्दनाक घटना सोमवार शाम संध्या अर्घ्य के दौरान घटी थी।11 वर्षीय आर्यन यादव नहाते समय गहरे पानी में चला गया। उसे बचाने के लिए उसके मामा संजय यादव ने छलांग लगाई। संजय यादव को डूबता देख उनके पुत्र प्रतीक यादव ने भी नदी में छलांग लगा दी।तीनों को डूबता देख घाट पर मौजूद एक पुलिस जवान ने भी नदी में छलांग लगाई, मगर तेज़ बहाव के कारण वह भी सभी को बचाने में असफल रहा। संजय यादव आदित्यपुर के रायडीह बस्ती के रहने वाले थे, जो अपनी बहन के घर मानगो छठ मनाने आए थे। इस घटना से पूरे परिवार की खुशियाँ मातम में बदल गईं।
24 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुनायत समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और एनडीआरएफ एवं स्थानीय गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।सोमवार देर शाम को आर्यन यादव का शव मिला वहीं मंगलवार सुबह संजय यादव का शव एनडीआरएफ टीम ने बरामद किया और मंगलवार दोपहर प्रतीक यादव का शव स्थानीय गोताखोरों ने खोज लिया।
डेंजर ज़ोन में पूजा करना बनी मौत का कारण
मालूम हो कि दुर्घटना स्थल को प्रशासन ने पहले से ही ‘डेंजर ज़ोन’ घोषित कर रखा था। इसके बावजूद, श्रद्धालुओं का वहां पूजा करने पहुंचना इस बड़ी त्रासदी का कारण बना।रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे चांडिल एसडीओ विकास कुमार राय ने घटना पर गहरी संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि पूरे जिले में आस्था के इस पर्व पर कहीं और अप्रिय घटना नहीं हुई। लेकिन शहरबेड़ा घाट पर हुई यह दुर्घटना बेहद दुखद है। डेंजर ज़ोन का बोर्ड लगा था, फिर भी श्रद्धालु वहां पहुंचे। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी।
पूरे आदित्यपुर क्षेत्र में शोक की लहर
वहीं, घटना की सूचना पर स्थानीय गोताखोरों के साथ पहुंचे आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने भी घटना पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने बताया कि छठ जैसे महापर्व के मौके पर एक ही परिवार से तीन-तीन लोगों की मौत की सूचना से पूरे आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। उन्होंने घटना को बेहद मार्मिक और पीड़ादायक बताते हुए पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता मुहैया कराए जाने की मांग की है।
