
जमशेदपुर।डी.बी.एम.एस. कॉलेज ऑफ एजुकेशन मेंराष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद एवं केंद्रीय सतर्कता आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप 16 से 31 अक्टूबर 2025 तक “विजिलेंस अवेयरनेस वीक – 2025” का भव्य आयोजन किया गया। इस वर्ष के आयोजन का केंद्रीय विषय था —“सतर्क भारत, समृद्ध भारत” और “सतर्कता हमारी साझा जिम्मेदारी”।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच सतर्कता, ईमानदारी, पारदर्शिता एवं साइबर सुरक्षा के प्रति व्यापक जागरूकता बढ़ाना था।
साइबर सुरक्षा और रचनात्मकता पर फोकस
सप्ताह भर चली गतिविधियों की श्रृंखला में विविध शैक्षणिक, रचनात्मक और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें कार्यक्रम की शुरुआत साइबर अवेयरनेस सत्र से हुई, जहाँ विद्यार्थियों को सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार, पासवर्ड सुरक्षा, फ़िशिंग से बचाव और सोशल मीडिया के जिम्मेदार उपयोग की विस्तृत जानकारी दी गई। विद्यार्थियों ने “Cyber Vigilance and Safe Online Practices” विषय पर रचनात्मक पोस्टर बनाकर अपनी जागरूकता प्रदर्शित की।
ईमानदारी की शपथ
कार्यक्रम के महत्वपूर्ण चरण में, 27 अक्टूबर को इंटीग्रिटी प्लेज के माध्यम से कॉलेज के सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने ईमानदारी, पारदर्शिता और जिम्मेदारी की शपथ ली।
राष्ट्रीय एकता दिवस पर विशेष सभा
31 अक्टूबर 2025, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती, जिसे राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, के अवसर पर एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।इस मौके पर प्राचार्या डॉ. जूही समर्पिता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “सतर्कता, एकता और ईमानदारी ही मजबूत भारत की पहचान हैं।”
जीवन से जुड़े विषयों पर क्लासरूम सेमिनार
सप्ताह भर विभिन्न क्लासरूम सेमिनार आयोजित किए गए, जिनके विषय सतर्कता और सुरक्षा के विविध आयामों पर चर्चा हुई जिसमें “आग से बचाव – सतर्कता से सुरक्षा तक, “सड़क पर सतर्क रहें – जीवन अमूल्य है,“डिजिटल सतर्कता – सुरक्षित रहें ऑनलाइन,“महिला सशक्तिकरण – जिम्मेदारी हम सबकी”,“शिक्षा के माध्यम से सतर्क नागरिकता” पर जोर दिया गया।यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों में सतर्कता, पारदर्शिता और नैतिकता के मूल्यों को सुदृढ़ करने में सहायक रहा, बल्कि सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर यह महत्वपूर्ण संदेश भी दिया कि “सतर्कता हमारी साझा जिम्मेदारी है।”कार्यक्रम की सफलता में कॉलेज की सचिव श्रीमती श्रीप्रिया धर्मराजन, सह-सचिव श्रीमती सुधा दिलीप, प्राचार्या डॉ. जूही समर्पिता, उप-प्राचार्या डॉ. मोनिका उप्पल, सभी शिक्षकगण एवं सहायक कर्मियों की सराहनीय भूमिका रही।
