
आदित्यपुर । आदित्यपुर नगर निगम की कथित मनमानी और उदासीनता के खिलाफ शनिवार से शुरू हुआ पूर्व पार्षदों का आमरण अनशन जिला प्रशासन की पहल के बाद समाप्त हो गया। उपायुक्त नितीश कुमार सिंह ने अनशनकारी पार्षदों की मांगों को जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया, जिसके बाद आंदोलन खत्म करने की घोषणा की गई।
डीसी ने सड़क निर्माण की मांग पर दिया आश्वासन
उपायुक्त नितीश कुमार सिंह ने इस मामले में तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने सबसे महत्वपूर्ण मांग, वार्ड 17 के बहुप्रतीक्षित जयप्रकाश उद्यान सड़क निर्माण को स्वीकृत करने का भरोसा दिलाया। साथ ही, उन्होंने पूर्व पार्षदों की अन्य मांगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बात कही।उपायुक्त ने कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात संवैधानिक तरीके से रखने की आजादी है, “मगर अचानक से इतना बड़ा कदम (आमरण अनशन) उठाना उचित नहीं है।”
अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश: जनप्रतिनिधियों का सम्मान हो
डीसी नितीश कुमार सिंह ने नगर निगम के अधिकारियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाना किसी भी पदाधिकारी के लिए स्वीकार्य नहीं होगा। यदि कोई जनप्रतिनिधि या आम नागरिक अपनी जायज मांग लेकर अधिकारी के पास पहुंचता है, तो उसे पूरी संवेदनशीलता के साथ सुना जाना चाहिए।”उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में जिला स्तर पर हुई बैठक में नगर निगम की समस्याओं की सूची मांगी गई थी, जिस पर रोस्टर वाइज समाधान का निर्देश दिया गया है। डीसी ने आश्वासन दिया कि भविष्य में यदि किसी पदाधिकारी द्वारा अभद्रता की शिकायत मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उपनगर आयुक्त ने अनशन स्थल पर पहुंचकर दिया संदेश

उपायुक्त के इस सकारात्मक संदेश को लेकर उपनगर आयुक्त पारुल सिंह स्वयं अनशन स्थल पर पहुंचीं और आंदोलन कर रहे पूर्व पार्षदों से मुलाकात की। उपनगर आयुक्त द्वारा दिए गए डीसी के आश्वासन पर आंदोलनरत पूर्व पार्षदों ने अपना आमरण अनशन समाप्त करने की घोषणा की।अनशन समाप्त करते हुए पूर्व पार्षदों ने उपायुक्त एवं उपनगर आयुक्त के प्रति आभार जताया। साथ ही उन्होंने प्रशासन को चेतावनी भी दी कि यदि उनके साथ फिर से धोखा हुआ या उनकी मांगों की अनदेखी की गई तो वे दोबारा आमरण अनशन शुरू करेंगे।
