
बोकारो: झारखंड सशस्त्र पुलिस (JAP-4) बोकारो ने आज, रविवार को सेक्टर 12 स्थित जैप-4 ग्राउंड में अपना 63वां स्थापना दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया। इस अवसर पर कमांडेंट शंभू कुमार सिंह ने भव्य परेड की सलामी ली और वाहिनी के इतिहास व योगदान का निरीक्षण किया।
स्थापना का इतिहास
तत्कालीन बिहार सरकार द्वारा 1962 में इस वाहिनी की अधिसूचना जारी कर गठन किया गया था।स्थापना के बाद इस वाहिनी का मुख्यालय पहले दो वर्ष जमालपुर रहा, जिसके बाद इसे आरा स्थानांतरित किया गया।अंततः, वर्ष 1970 में वाहिनी का मुख्य कार्यालय बोकारो में स्थायी रूप से स्थापित किया गया।
नक्सली उन्मूलन में JAP-4 का ऐतिहासिक योगदान
कमांडेंट शंभू कुमार सिंह ने स्थापना दिवस के मौके पर वाहिनी के गौरवशाली इतिहास को याद किया और नक्सलियों के खिलाफ इसके महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र बल (CRPF/BSF) के झारखंड में आने से पहले, यह वाहिनी नक्सलियों के खिलाफ अभियान में उतरी थी। कमांडेंट ने बताया कि कम संसाधन और अपनी चुनौतियों से जूझने के बाद भी JAP-4 ने अपने अदम्य साहस और बहादुरी का परिचय देते हुए नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया।उन्होंने जोर देकर कहा कि इस वाहिनी के महत्वपूर्ण योगदान के कारण ही आज नक्सलियों के पांव पूरी तरह से उखड़ चुके हैं। JAP-4 ने न केवल झारखंड में, बल्कि बिहार में भी अपनी सेवाएं देने का काम किया है।इस स्थापना दिवस समारोह में जैप के जवानों के शौर्य और समर्पण को सम्मान दिया गया।
