
जमशेदपुर। जमशेदपुर में टाटा कंपनी के प्रदूषण और शहरी क्षेत्रों में बढ़ते सड़क दुर्घटनाओं के खिलाफ बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। रविवार को पहले चरण में उनके द्वारा टाटा कंपनी गेट का घेराव किया जाना था, लेकिन जिले के उपायुक्त के हस्तक्षेप के बाद फिलहाल इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है।आंदोलन के पहले चरण में रविवार को वर्मामाइंस स्थित दुर्गा पूजा मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने शहर की ज्वलंत समस्याओं को नागरिकों के बीच रखा।
प्रदूषण और सड़क जाम मुख्य मुद्दा
समिति के सदस्य रामबाबू तिवारी ने इस दौरान शहर की प्रमुख समस्याओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि समिति ने इन समस्याओं के खिलाफ आंदोलन करने का मन बना लिया है और आज पहले चरण में इसकी शुरुआत की गई है।उन्होंने बताया कि टाटा कंपनी में प्रवेश करने वाले बड़े वाहनों के कारण सड़क दुर्घटनाएं काफी बढ़ गई हैं।इन्हीं बड़े वाहनों के कारण शहरी सड़कों में लगातार जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। टाटा कंपनी के द्वारा शहर को काफी हद तक प्रदूषित भी किया जा रहा है।
डीसी के आश्वासन पर 10 दिन की मोहलत
समिति सदस्य रामबाबू तिवारी ने बताया कि जिले के उपायुक्त ने इस पूरे मामले में 10 दिनों के भीतर उचित कार्रवाई का आश्वासन समिति को दिया है। उपायुक्त के हस्तक्षेप और आश्वासन के कारण ही आज कंपनी गेट को जाम नहीं किया गया।समिति ने स्पष्ट किया है कि अगर 10 दिनों के भीतर समस्याओं के समाधान की पहल नहीं होती है, तो चरणबद्ध आंदोलन जारी किया जाएगा और कंपनी गेटों को जाम किया जाएगा।बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने अपने आंदोलन के माध्यम से शहर के नागरिकों की सुरक्षा और बेहतर पर्यावरण की मांग को मजबूती से उठाया है।
