
जमशेदपुर: छोटे अपराधों से शुरुआत कर जुर्म की दुनिया में अपना नाम बनाने का सपना पाल रहे एक शातिर अपराधी और उसके साथियों के मंसूबों को जमशेदपुर पुलिस ने धूल चटा दी है। उलीडीह थाना क्षेत्र में पुलिस ने घेराबंदी कर एक आई-20 कार को पकड़ा, जिसमें सवार तीन युवकों के पास से हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए।
गुप्त सूचना पर पटमदा डीएसपी की टीम ने की घेराबंदी
जमशेदपुर सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने प्रेस वार्ता के दौरान इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मानगो से डिमना चौक की ओर जा रही एक सफेद आई-20 कार में सवार तीन युवक किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए पटमदा डीएसपी के नेतृत्व में तत्काल एक विशेष टीम का गठन किया गया और पूरे इलाके में नाकेबंदी की गई।
तलाशी में मिला मुंगेर मेड कट्टा और बेस बैट
पुलिस टीम ने संदेह के आधार पर जब कार को रोका और उसकी सघन तलाशी ली, तो दंग रह गए। कार के अंदर से पुलिस ने 01 देसी कट्टा (मुंगेर मेड),बेस बॉल बैट (दहशत फैलाने के लिए उपयोग किया जाने वाला), 01 महंगा आईफोन सहित अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान को बरामद किया गया।
मोहम्मद अरशद: बकरी चोरी से रंगदारी तक का सफर
गिरफ्तार युवकों की पहचान मोहम्मद अयाज उर्फ फैजल, मोहम्मद अमान और मोहम्मद अरशद के रूप में हुई है। ये तीनों मानगो और आजाद नगर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। पूछताछ में एक दिलचस्प और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि गिरफ्तार मोहम्मद अरशद का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। वह पहले बकरी चोरी के मामले में जेल जा चुका है। पुलिस के अनुसार, अरशद बकरी चोरी जैसे छोटे अपराधों को छोड़कर अब इलाके में दहशत फैलाकर ‘रंगदार’ बनने का सपना देख रहा था। वह रंगदारी वसूलने और अपना वर्चस्व कायम करने की योजना पर काम कर रहा था।
इलाके में दहशत फैलाकर वसूली की थी योजना
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि वे किसी बड़े व्यापारी या व्यक्ति को निशाना बनाकर दहशत पैदा करना चाहते थे, ताकि भविष्य में आसानी से रंगदारी वसूली जा सके। सिटी एसपी ने बताया कि समय रहते पुलिस की कार्रवाई ने न केवल एक अपराध को रोका, बल्कि शहर की शांति भंग करने की कोशिश कर रहे गिरोह का भंडाफोड़ भी किया।
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट और अन्य सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि इनके पास हथियार कहाँ से आए और इस गिरोह के तार शहर के अन्य किन अपराधियों से जुड़े हुए हैं।
