
सरायकेला ।कुड़मी समाज द्वारा आदिवासी दर्जा की मांग को लेकर किया गया रेल लाइन जाम आखिरकार 23 घंटे से अधिक समय बाद हट गया। शनिवार सुबह 6:50 बजे सुरक्षा बलों ने कार्रवाई कर आंदोलनकारियों को ट्रैक से हटा दिया, जिसके बाद रेलवे अधिकारियों ने तुरंत ट्रैक की जांच शुरू कराई। सुबह 7:25 बजे ट्रैक की जांच पूरी हुई और 7:40 बजे पहली मालगाड़ी को रवाना कर दिया गया।
यात्रियों को मिली राहत
रेलवे ट्रैक से जाम हटने के बाद हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग पर ट्रेन परिचालन धीरे-धीरे सामान्य होने लगा है। हालांकि, शुक्रवार रात से ही गालूडीह से जाम हटने के बावजूद केवल मालगाड़ियों का ही परिचालन किया जा रहा था क्योंकि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्री ट्रेनों को पहले ही रद्द कर दिया गया था।
रेलवे ने की ट्रैक की पूरी जांच
जाम हटने के बाद रेलवे के इंजीनियरिंग और सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने पूरी सतर्कता के साथ ट्रैक का निरीक्षण किया। ट्रैक की जांच में किसी भी तरह की क्षति न मिलने के बाद ही ट्रेनों का परिचालन बहाल किया गया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ट्रैक की जांच के बाद सबसे पहले मालगाड़ियों को चलाया गया और उसके बाद धीरे-धीरे यात्री ट्रेनों को भी चलाने की तैयारी की जा रही है।
लंबे समय तक प्रभावित रही ट्रेन सेवाएं
कुड़मी समाज के आंदोलन के कारण शुक्रवार सुबह से हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पूरी तरह प्रभावित रहा। कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, जबकि कई को अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दिया गया। हजारों यात्री घंटों तक स्टेशन पर फंसे रहे और उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
प्रशासन और रेलवे की संयुक्त कार्रवाई
शनिवार सुबह जिला प्रशासन और रेलवे पुलिस बल ने संयुक्त रूप से ट्रैक से आंदोलनकारियों को हटाया। इस दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसके लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात थे। ट्रैक को खाली कराने के बाद रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर से जरूर ले लें।