
सरायकेला।गम्हरिया स्थित राजकीय महिला पॉलिटेक्निक में शुक्रवार को आनंद मार्ग प्रचारक संघ द्वारा आयोजित योग शिविर का तीसरा दिन उत्साह और ऊर्जा से भरपूर रहा। इस अवसर पर योगाचार्य राजेंद्र प्रसाद ने छात्राओं को स्मरण शक्ति और मानसिक एकाग्रता बढ़ाने के लिए विशेष योगाभ्यास कराया।योगाचार्य ने छात्राओं को मत्स्य मुद्रा, ज्ञानासन, शशांगासन और पद्मासन जैसे प्रमुख योगासन कराए। उन्होंने समझाया कि नियमित रूप से इन आसनों का अभ्यास करने से मानसिक क्षमता, स्मरण शक्ति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होती है।योगाचार्य ने छात्राओं को अध्ययन पद्धति पर भी मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के दौरान विषय को ध्यान से सुनना, मुख्य बिंदुओं पर फोकस करना और महत्वपूर्ण शब्दों को छंद में सजाकर याद करना बेहद प्रभावी तरीका है। इससे लंबे समय तक विषयवस्तु याद रहती है।उन्होंने छात्राओं को सूर्योदय से पहले पढ़ाई करने की सलाह दी, क्योंकि उस समय वातावरण सबसे शांत होता है और मस्तिष्क नई जानकारी को तेजी से ग्रहण करता है।योगाचार्य ने संतुलित आहार पर भी जोर देते हुए छात्राओं को अपने दैनिक भोजन में फल, हरी सब्जियां और दूध शामिल करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि दिनभर में 3-4 लीटर शुद्ध पानी छोटे-छोटे अंतराल में पीने, सुबह एक गिलास पानी पीकर शौच जाने और ऑक्सीजन युक्त वातावरण में थोड़ी देर टहलने से शारीरिक और मानसिक ताजगी बनी रहती है।उन्होंने कहा कि ब्राह्मी साग, थानकुनी साग और इमली की चटनी का सीमित मात्रा में सेवन मस्तिष्क के लिए लाभकारी है। इसके अलावा करेला घी में पकाकर खाने और मिश्रीकंद का रस सुबह पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और स्मरण शक्ति में भी सुधार आता है।इस अवसर पर राजकीय महिला पॉलिटेक्निक के प्राचार्य बेंजामिन कंडोलना और तात्विक डॉक्टर आशु ने भी छात्राओं को संबोधित किया और उन्हें योग व स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित किया।कार्यक्रम के सफल आयोजन में सौरव और गजेंद्र का विशेष योगदान रहा। कॉलेज प्रशासन ने आनंद मार्ग प्रचारक संघ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होते हैं।