
जमशेदपुर। शहर के प्रतिष्ठित गोपाल मैदान में बुधवार से स्वदेशी मेला का भव्य शुभारंभ हुआ। यह मेला 16 अक्टूबर तक चलेगा। देश के 22 राज्यों से आए प्रतिभागी अपने-अपने पारंपरिक और स्थानीय उत्पादों के साथ यहाँ पहुंचे हैं। मेला परिसर में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ने की संभावना है।मेले का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा देना और देशी उद्योगों को प्रोत्साहन देना है। आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन न सिर्फ खरीद-बिक्री का मंच है, बल्कि देशभर के शिल्पकारों, किसानों, कुटीर उद्योगों और उद्यमियों को एक साथ जोड़ने का प्रयास भी है।
क्या-क्या मिलेगा मेले में
मेले में हैंडीक्राफ्ट, हस्तशिल्प उत्पाद, घरेलू सजावट की वस्तुएं, पारंपरिक वस्त्र, फर्नीचर, खाद्य सामग्री, सोलर उत्पाद और इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की प्रदर्शनी व बिक्री के स्टॉल लगाए गए हैं।इसके अलावा, सरकार द्वारा प्रोत्साहित कुटीर और लघु उद्योगों के उत्पाद भी यहां उपलब्ध रहेंगे।
शाम को होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्रत्येक शाम मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक नृत्य, संगीत प्रस्तुतियां और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आए कलाकार भी मंच पर अपनी प्रस्तुतियां देंगे, जिससे देश की विविधता और सांस्कृतिक एकता का संदेश प्रसारित होगा।
आयोजक बोले – ‘स्वदेशी अपनाएं, देश को मजबूत बनाएं’
मेला संयोजक अशोक गोयल और मुरलीधर केडिया ने बताया कि यह आयोजन पूरी तरह स्वदेशी भावना पर आधारित है। उन्होंने कहा,“हमारा उद्देश्य है कि लोग विदेशी वस्तुओं की जगह स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं और देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएं।”सह संयोजक पंकज सिंह ने बताया कि मेले में सुरक्षा, पार्किंग और आगंतुकों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष फोकस
इस बार मेले में पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए सोलर सेटअप, प्रदूषण रहित इलेक्ट्रॉनिक वाहन और रीसायकल उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है। आयोजक समिति का कहना है कि स्वदेशी और पर्यावरण-संवेदनशील दृष्टिकोण को मिलाकर यह मेला एक नई मिसाल पेश करेगा।