
जमशेदपुर।बर्मामाइंस क्षेत्र में व्याप्त धूल प्रदूषण, यातायात जाम और असुरक्षा के माहौल को लेकर बस्ती बचाओ संघर्ष समिति ने आज बिष्टुपुर स्थित टाटा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने आंदोलन की औपचारिक शुरुआत की। समिति ने अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर 14 दिसंबर को एकदिवसीय शांतिपूर्ण धरना आयोजित करने की घोषणा की है।समिति ने आरोप लगाया है कि पिछले डेढ़ वर्ष से टाटा स्टील बर्मामाइंस द्वारा सड़क के किनारे लगातार घेराबंदी की जा रही है, जिसके कारण सड़क अत्यंत संकीर्ण हो गई है, जिससे आए दिन जाम की गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है।
ये हैं समिति के प्रमुख आरोप और माँगें
समिति ने सड़क की संकीर्णता और प्रदूषण को लेकर गंभीर चिंता जताई है, जिसके कई नकारात्मक प्रभाव पड़ रहे हैं जिसमें मुख्य रूप से सड़क संकीर्ण होने से टाटा स्टील के कर्मचारी, एंबुलेंस के मरीज, स्कूल जाने वाले बच्चे और रेल स्टेशन जाने वाले यात्रियों पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है। समिति ने सड़क के विस्तारीकरण को बेहद जरूरी बताया है, अन्यथा किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।बर्मामाइंस बाज़ार के पास बना स्लैग प्वाइंट स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर सीधा असर डाल रहा है। सड़क से गुजरने वाले राहगीरों को भी धूल प्रदूषण से बचाव मुश्किल हो गया है। समिति ने आरोप लगाया कि नुवोको सीमेंट कंपनी की गाड़ियाँ बर्मामाइंस स्थित पुंज कंपनी परिसर में अवैध पार्किंग करती हैं, जिसके नाम पर रुपये की उगाही की जाती है। इससे पूरे मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रहती है।जुस्को से जुड़े कुछ लोगों द्वारा लगातार बस्ती टूटने की धमकी जैसी बयानबाजी की जा रही है, जिससे स्थानीय लोग बेहद भयभीत हैं और उनमें असुरक्षा और तनाव बढ़ता जा रहा है।बस्ती क्षेत्र में आने-जाने वाले प्रमुख मार्गों को बंद किया जा रहा है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।इन सभी गंभीर मुद्दों पर एक सामूहिक निर्णय लेते हुए, बर्मामाइंस के लोगों ने बस्ती बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले अपनी मांगों को मनवाने के लिए 14 दिसंबर को एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना आयोजित करने का फैसला लिया है।
