
बहरागोड़ा।लंबे समय से मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलनरत शारदा प्रोजेक्ट, बहरागोड़ा के श्रमिकों को आखिरकार राहत मिली। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी की मध्यस्थता से मंगलवार को श्रमिकों और कंपनी प्रबंधन के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें कई मुद्दों पर सहमति बनी।
बैठक में बनी सहमति
बैठक में कंपनी के डायरेक्टर और श्रमिक प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी बात रखी। श्रमिकों ने मजदूरी बढ़ोतरी, कार्यस्थल पर सुविधाएं और अन्य समस्याओं को सामने रखा। गहन विचार-विमर्श के बाद कंपनी प्रबंधन ने श्रमिकों की प्रमुख मांग—प्रतिदिन मजदूरी दर में बढ़ोतरी को स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही कुछ अन्य मुद्दों पर भी सकारात्मक निर्णय लिए गए, जिससे श्रमिकों को बड़ा लाभ मिलेगा।
कुणाल षाड़ंगी ने जताई संतुष्टि
बैठक के बाद पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि “श्रमिक समाज की रीढ़ हैं। उनकी जायज़ मांगों को पूरा करना हर संस्था का कर्तव्य है। प्रबंधन ने सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए जिस तरह समझौते को स्वीकार किया, वह सराहनीय है। अब उम्मीद है कि श्रमिक और प्रबंधन आपसी सौहार्द के साथ काम करेंगे और प्रोजेक्ट आगे बढ़ेगा।”
श्रमिकों में खुशी का माहौल
समझौते के बाद श्रमिकों में खुशी का माहौल देखा गया। उन्होंने कुणाल षाड़ंगी और कंपनी प्रबंधन का आभार व्यक्त किया। श्रमिकों का कहना था कि अब उन्हें अपने और परिवार के भरण-पोषण में राहत मिलेगी।
प्रबंधन का आश्वासन
कंपनी प्रबंधन ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी श्रमिकों की समस्याओं पर संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाया जाएगा और समय-समय पर बातचीत के जरिए समाधान निकाला जाएगा।इस समझौते के साथ ही आंदोलन समाप्त हो गया और श्रमिक वापस काम पर लौट गए। क्षेत्र में इसे श्रमिक-प्रबंधन संबंधों को मजबूत करने वाली बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है।